एक गुट ने छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन के बाद मैरिज गार्डन में रखा कार्यक्रम, विरोध में दूसरे गुट ने श्वान से करवा दिया उद्घाटन
सिटी रिपोर्टर कोटा, 18 नवंबर। राजकीय कला कॉलेज प्रशासन की अनुमति के बिना छात्रसंघ पदाधिकारियों के एक गुट ने सोमवार को छात्रसंघ कार्यालय की दरवाजे की कुंडी तोड़कर उद्घाटन कर दिया। वहीं, इसके विरोध में छात्रसंघ के पदाधिकारियों के दूसरे गुट ने श्वान से उद्घाटन करवा लिया। कॉलेज प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद राजकीय कला महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कुमार ने छात्रसंघ सचिवालय का उद्घाटन बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां से करवाया। उद्घाटन के बाद कार्यक्रम दाधीच मैरिज गार्डन में रखा। कॉलेज प्रशासन की बिना अनुमति के उद्घाटन करवाने के विरोध में संयुक्त सचिव शिवांशु गौत्तम ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ जाकर श्वान से छात्रसंघ सचिवालय का फीता कटवाया और राजकीय कला महाविद्यालय प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के बाद भी छात्रसंघ कार्यालय के गेट की कुंडी तोड़कर करवाया उद्घाटन विरोध जताया। के बिना छात्रसंघ पदाधिकारियों द्वारा छात्रसंघ सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया और कॉलेज की प्राचार्य के हस्ताक्षर से जारी प्रेस कार्यालय की कंडी तोडकर अनधिकत रूप से अनशासनहीनता की गई। उन्होंने बताया कि नोट में बताया कि कॉलेज प्रशासन की अनुमति छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन कर राजकीय छात्रसंघ पदाधिकारी संयुक्त सचिव शिवांश गौतम द्वारा गत 14 नवंबर को छात्रसंघ सचिवालय के कार्यक्रम से असहमति का ज्ञापन दिया थाज्ञापन में अतिथियों के अपमान की चेतावनी दी गई इस पत्र का संज्ञान लेते हुए कॉलेज प्रशासन ने सोमवार सुबह शहर पुलिस अधीक्षक नयापुरा वृत्ताधिकारी एवं नयापुरा थानाधिकारी को पत्र द्वारा अवगत करा दिया था। साथ ही कॉलेज प्रशासन ने छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कुमार को भी दूरभाष पर स्पष्ट बता दिया था कि छात्रसंघ पदाधिकारी संयुक्त सचिव शिवांशु गौतम द्वारा लिखित में ज्ञापन देकर विरोध दर्ज करवाया जा चका है। कॉलेज प्रशासन ने इससे पहले भी छात्रसंघ के पदाधिकारियों को अवगत करवा दिया था कि आयुक्तालय के दिशा-निर्देशानुसार ही छात्रसंघ उद्घाटन कार्यक्रम संभव हो सकेगा लेकिन छात्रसंघ के तीनो पदाधिकारियों ने मनमाने ढंग से अचानक अनधिकृत रूप से छात्रसंघ सचिवालय का उद्घाटन करने की हिम्मत को इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे दी गई है।
राजनीतिक दखल से टूट गई महाविद्यालय की मर्यादा