पार्टी चुनाव इलेक्शन नहीं, सलेक्शन-भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया
कार्यालय संवाददाता
18 नवम्बर। भारतीय जनता पार्टी के चुनाव हमारा परचम लहराएगा और हम स्थानीय निकायों में अपना बने राज्य और राज्य की जनता के हित के लिए ईमानदारी से वास्तव में इलेक्शन नहीं बल्कि सिलेक्शन है पार्टी के प्रदेश बोर्ड बनाएंगे। पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को डर है कि यदि काम करने की आवश्यकता है। अध्यक्ष सतीश पूनिया के कथन से तो यही आभास होता है नगर निगम चुनाव में उनकी सरकार को सफलता नहीं मिली उन्होंने कहा कि 2023 में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण । पुनिया ने सोमवार को पत्रकारों के सवालों के जवाब में तो उनकी कुर्सी जा सकती है। तीन शहरों में दो-दो महापौर बहुमत से सरकार बनेगी और इस मिथक को तोडेंगे कि एक कहा कि उनकी पार्टी में संगठन चुनाव किसी एमएलए या बना दिए जिसका जनता को कोई लाभ होने वाला नहीं है। बार भाजपा और एक बार कांग्रेस की सरकार बनती है। इस एमपी चुनाव की तर्ज पर नहीं होता उनसे पूछा गया था कि हमने हाइब्रिड बीज का नाम सुना था लेकिन निकाय चुनाव बार भी कुछ गलतियों की वजह से पूर्ण बहुमत नहीं मिल मंडल अध्यक्ष चनाव में कार्यकर्ता से नामांकन के साथ ना में हाइब्रिड तरीके से स्थानीय निकाय प्रमुख बनाने का सका। कांग्रेस को मात्र 99 सीटों पर जीत मिली है और वामसी के फर्म क्यों आप भरवाए जा रहे हैं उन्होंने कहा कि निर्णय ले लिया जो वापस लेना पड़ा। राज्य सरकार निकाय भारतीय जनता पार्टी 70 सीटों पर जीती है। ना तो कांग्रेस यह उनकी पार्टी की रीति नीति है कार्यकर्ताओं को अवसर चुनाव के परिणामों को लेकर इतनी भयभीत है कि पार्षदों जीती है और ना ही बीजेपी हारी है। मात्र कुछ मतों व मत दिया जाता है कि वे आपसी परामर्श से सर्वसम्मति कायम के परिणाम आने के 8 दिन बाद निकाय प्रमुखों के चुनाव प्रतिशत से भाजपा के प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत सके। करने की कोशिश करें ऐसा नहीं होने पर पार्टी के उपयुक्त कराए जा रहे हैं, ताकि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया कोटा सहित 3 शहरों में 2 महापौर बनने के प्रश्न पर लोगों के नाम लिए जाते हैं जिनमें से सिलेक्शन कर जा सके। जबकि निकाय चुनाव में हमारे पार्षद ही अधिक होने वाले लाभ पर उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े शहरों में एक पदाधिकारी तय होते हैं संगठन चनाव में नामांकन के बाद जीतेंगे। कोटा, जोधपुर और जयपुर में दो-दो निगम बनाने महापौर है। जनता का हित 1 महापौर भी कर सकता है और प्रचार या मतदान की कोई भूमिका नहीं है उन्होंने विश्वास और सीमांकन इस हिसाब से करने के पीछे भी यही मंशा दो भी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि कोटा के पत्रकारों से जताया है कि दिसंबर तक जिलाध्यक्ष के चुनाव हो जाएंगे है कि कम से कम एक-एक निगम प्रमुख तो कांग्रेस का मेरा पुराना नाता है और मुझे ललित किशोर चतुर्वेदी ने और उसके बाद प्रदेश कार्यकारणी का गठन होगा। भारतीय बन ही जाए, ताकि अशोक गहलोत की कुर्सी बच सके। महामंत्री बनाया और हमेशा कोटा में चुनौतीपूर्ण कार्य करने जनता पार्टी में कोटा में चल रही गुटबाजी के प्रश्न पर उन्होंने वहीं मंत्री शांति धारीवाल इस तरह का कार्य कर रहे हैं, के लिए भेजा जिसमें मैं सफल रहा। कहा कि यह मेरे लिए चुनौतीपूर्ण है। पूर्व में भी ऐसा होता प्रेस कलब में मीट द प्रेस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सतीश पूनियां। जिससे सरकार को बचाया जा सके। सतीश पूनिया ने प्रेस क्लब अध्यक्ष गजेंद्र व्यास ने स्वागत करते हुए उन्हें रहा है। लेकिन मैं प्रयास करूंगा कि सभी नेता एक लाइन में है। सरकार इतनी डरी हुई हैं कि पालिका चनाव परिणाम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कोटा प्रेस क्लब में मीट द प्रेस यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि शुभकामनाएं दी। प्रेस क्लब अध्यक्ष ने पूर्व सांसद प्रोफेसर चल आर मिलजुलकर मजबूती से कार्य करें। अगले एक सप्ताह बाद अध्यक्ष, सभापति का निर्वाचन तय किया है। कार्यक्रम के तहत पत्रकारों से रूबरू हुए। पुनिया ने कहा कि राजकीय महाविद्यालयों का शपथ ग्रहण मैरिज गार्डन में ललित किशोर चतुर्वेदी को याद करते हुए कहा कि जिस मुख्यमत्री के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि मेरे लिए पाटी का जो न्याय संगत नहीं है। महानगरों में भी एक निगम होता है। पंडित दीनदयाल जी उपाध्याय और महात्मा गांधी के करना पड़ रहा है, क्योंकि वहां पर कांग्रेस से विपरीत सभागार में हम कार्यक्रम कर रहे हैंए उन्हीं की देन है। इस मिशन पहले है। लेकिन कोटा,जयपुर और जोधपुर में दो-दो निगम महज ग्रामोत्थान पर विचार परस्पर समान हैं और गत दिनों उन्होंने विचारधारा के छात्रसंघ संगठन बने हैं। इससे अधिक सभागार में शहर की विभिन्न संस्थाएं सामाजिक साहित्यिक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राजनैतिक लाभ पाने के लिए बनाए जा रहे हैं। पिछली राजस्थान के मुख्यमंत्री से भेंट कर इस बारे में चर्चा भी की। दुर्भाग्यपूर्ण हालात नहीं हो सकते। एवं सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित करती हैं। प्रदेश निकाय चुनावों को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखे प्रहार करतेसरकार के कल्याणकारी कार्यों व योजनाओं को अनायास व पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में पूनिया ने कहा कि राजस्थान के विकास के लिए दलगत अध्यक्ष सतीश पूनिया का प्रेस क्लब की ओर से शॉल, हुए कहा कि यह सरकार मात्र 11 माह में ही विफल हो गई अकारण ही बन्द किया गया हैसरकार डरी हुई है। नगर निगम चुनाव को इस तरह कराया राजनीतिक से ऊपर उठकर शिक्षा, कृषि, रोजगार एवं श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान भी किया गया। 14 आर महात्मा गाधा के करना पड़ रह्म है, क्योंकि वहां पर कांग्रेस से विपरीत सभागार में हम कार्यक्रम कर रहे